मेरा परिवार
मेरा परिवार
जहां प्यार भरा है
हर मन में
जहां शान रही है
हर क्षण में
जहां आन रही है
हर पल में
जहां मान रहा है
हर जन में
जहां संस्कार भरे हैं
रग-रग में
जहां संघर्ष किया है
हर रण में
जहां दुलार मिला है
सभी का मुझको
जहां आहार मिला है
मां से मुझको
जहां पिता से ज्ञान की
सीख मिली है
जहां भाई से विश्वास की
लौ जली है
जहां बहनों ने साथ
हर वक्त दिया है
जहां दादा-दादी ने
रिश्तों को, सशक्त किया है
जहां अच्छी परवरिश
मुझे मिली है
जहां बेहतरीन शिक्षा की
कली, खिली है
जहां ईमान को सर्वोपरि माना
जहां आदर ही सबकुछ जाना
जहां अनादर से रहता फासला
जहां आत्मविश्वास बना हौसला
जहां फिक्र सभी को होती सबकी
दूर जाकर याद आती उसकी
जिसमें सभी हैं बहुत ही प्यारे
जिसके हर रंग हैं खूब ही न्यारे
जिसकी छांव में, मैं पली-बढ़ी हूं
जिसकी कहानी से, मैं जुड़ी हुई हूं
वही है मेरे सफल जीवन का आधार
बहुत खूबसूरत, आनंदित मेरा परिवार।