मेरा दोस्त शैडो
मेरा दोस्त शैडो
तुम जो मेरी ज़िंदगी में थे
एक सुकून सा था
हर घड़ी मेरे लिये कोई अपना सा था
मुश्किल से मुश्किल वक़्त में
तूने मुझें न छोड़ा
क्योंकि तू मेरा सच्चा यार जो था
जाने कैसे तू मुझे महसूस कर लेता था
बिना मेरी कदमों की आहट सुन कर
मुझे तू पहचान लेता था
जितनी भी थकान हो दिन भर की
तुझे देख कर दूर हो जाती थी
जब तू दौड़ कर मुझसे लिपट जाता था
तेरा न होना मेरी ज़िंदगी में
ऐसे तड़पाएगा मुझे
ये सोच कर भी दिल सहम सा जाता था
पर आज जब भी उस जगह को ख़ाली देखती हूँ
तेरी यादों की तस्वीर मेरे सामने आ जाती है
और कहती है "होना तू न कभी उदास
मुझे याद कर के
फ़िर मिलेंगे दोस्त बन कर
अलगे जन्म में "
भले मैं था एक जानवर लोगों के लिये
पर तेरे लिये रहूंगा सदा तेरी परछाई बन के।