माँ तेेेरे भंडार
माँ तेेेरे भंडार
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क्या सुंदर दरबार सजे हैं।
माँ तेेेेेेेरे भंडार भरेे हैैं ।।
लाल चुुुनरिया शीश सजाए
अष्टभुजी आयुध उठाए
माँ की छवि के सिमरन से
शत्रु- दल भी काँप डरे हैं।
माँ तेेेेेेेरे भंडार भरे हैं ।।
महापातकी भी आ जाये
तेेेरे दर पर शीश नवाये
इस चौखट पर आकर तो
अखिल जगत के प्राण तरे हैं ।
माँ तेेेेेेेरे भंडार भरे हैं ।।
सिंह सवारी करनेवाली
तेेेरे दर की मैं भी सवाली
सुना है अपने बच्चों के माँ
सारे दुःखड़े दूूूर करे है ।
माँ तेेेरे भंडार भरे हैं ।।
कन्याओं में वास तुम्हारा
इनकी सेवा सौभाग्य हमारा
ऐसे अपने बच्चों के पथ
हे माँँ, तू निर्बाध करे है ।
माँ तेेेेेेेरे भंडार भरे हैं ।।
सबकी आस पुजाने वाली
तेरी भक्ति मंगलकारी
तेेेरे शरणागत बच्चों के
माँ अंंबे, सब काज सरे हैं ।
माँ तेेेेेेेरे भंडार भरे हैं ।।