वो बहन जो भैया भैया कहते नहीं थकती थी राखी के दिन सज धज कर जो चहकती थी उस बहन की ख़ुशी के बारे में भी... वो बहन जो भैया भैया कहते नहीं थकती थी राखी के दिन सज धज कर जो चहकती थी उस बहन की...
इंसान की औलाद हो, इंसान से सीखो...! इंसान की औलाद हो, इंसान से सीखो...!
जाता है अपने समय पर पर कुछ अच्छी यादें और कुछ सबक भी दे जाता है। जाता है अपने समय पर पर कुछ अच्छी यादें और कुछ सबक भी दे जाता है।
सब गलत बस एक तुम हो सही, बस एक यही सोच ही तो सही नहीं। सब गलत बस एक तुम हो सही, बस एक यही सोच ही तो सही नहीं।