खोज..
खोज..
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ख्वाहिश नहीं है
ख्वाब लिखता हूँ
जो मिलना नहीं है
उसे रोज खोजता हूँ
हूँ मैं सच्चा मेरे दोस्तों
सच्चा ही रहूँगा
ख्वाहिश नहीं है
ख्वाब लिखता हूँ
जो किस्मत मैं उसे ही
अपना मानता हूँ।