जो कुछ खोया है
जो कुछ खोया है
जो कुछ खोया है
मैं वो सब वापस लाऊंगा
मां तू थोड़ासा सब्र रख
मैं ये दुनिया जीत के आऊंगा
हां बेशक आदतें बुरी थी मेरी
पर अब मैं नया सवेरा लाऊंगा
चार साल धुएं में थी जो जिंदगी
अब उसे जन्नत सी सजाऊंगा
हा पता है मुझे इस दिवाली भी
घर तो नहीं आ पाऊंगा
पर वादा ये भी रहा मेरा
जब भी आऊंगा तेरी कसम
हर दिन दिवाली सा मनाऊंगा।
