जीवन रीत
जीवन रीत
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हमने जीवन रीत लिखी है।
मन से मन की प्रीत लिखी है।।
हार न मानी बाधाओं से
हर पल की जीत लिखी है।।
प्रेम-प्रीत की बात लिखूँ क्या
धड़कन ही संगीत लिखी है।।
छल-कपट न मन भाया
सच्चे मन से नीत लिखी है।।
कर्म लेख लिखा मन से
समय धार मनमीत लिखी है।।