रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
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भाई-बहन का प्यारा
आया त्यौहार है ।
आँचल में भर लाया
खुशियाँ अपार है।।
रेशम की डोरी से
सजी कलाई है ।
आरती के थाल सजे
आई मिठाई है ।।
रक्षा करूँ सदा तेरी
खुशियों से भरूँ झोली ।
फर्ज निभाऊँ सदा
सगी चाहे मुँहबोली ।।
जुग जुग जीये भाई
लम्बी उमर होए।
सजा रहे मायका
आँख नहीं नम होए ।।