कितना रोका वो ही नहीं, शायद मेरा था ही नहीं। कितना रोका वो ही नहीं, शायद मेरा था ही नहीं।
कोशिश कर रहा हूँ मैं तुम्हे भूलने की। जीवन शून्य को भरने की उत्पन्न हुआ है जो तुम्हारे चले जाने से। कोशिश कर रहा हूँ मैं तुम्हे भूलने की। जीवन शून्य को भरने की उत्पन्न हुआ है जो तु...
लॉकडॉउन का यह अनोखा साल, हर किसी को रहेगा याद ! जब हर कोई अपनों से, मिलने को कर रहा थ लॉकडॉउन का यह अनोखा साल, हर किसी को रहेगा याद ! जब हर कोई अपनों से, मिलने को...
खुद से लडूंगा तो शायद कुछ सीख पाऊंगा। खुद से लडूंगा तो शायद कुछ सीख पाऊंगा।