STORYMIRROR

VIVEK ROUSHAN

Others

3  

VIVEK ROUSHAN

Others

एक चराग

एक चराग

1 min
255

रोशनी के लिए

एक चराग ही काफ़ी है

एक चराग जलेगा

तो कई चराग जलेंगे


लोगों ने खून से

सींचा है इस सरजमीं को 

आसाँ नहीं है

इस शहर में अंधेरा करना।


Rate this content
Log in