दुआ
दुआ
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विषयः वर्ण पिरामिड (दुआ)
न
दवा
न दुआ
अब रास
आती नहीं !क्यूं
है कौन-सी खता
न जाने हुई यहां।।
न
देख
मुझको
कुछ ऐसे!
एक मैं नहीं!
हजार मिलेंगे
गुनहगार यहां।।
न
रोना
सामने
तू किसी के!
लूट लेगी ये!
जालिम दुनिया
दिल का चैन यहां।।
न!
दिखा!
अभी भी!
वो हसीन
हमसफर!
ढूंढता हूं जिसे
मैं हर पल यहां।।
न
जाने
किसका
है असर
तुझमें अब!
कि मेरा असर
दिखता नहीं यहां।।