बरस रही है यादें
बरस रही है यादें
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बरस रही है यादें,
बरस रही है यादों की बारिश,
हर बूंद में छुपी है ,
तेरी खुशियों की ख्वाईश |
दिल को छू रही हैं ,
ये बूंदें अनमोल,
जब भी याद आती है,
लगती ये दुनिया गोल |
वो मीठी सी मुस्कान तेरी,
तस्वीरों में हँसा जाती है ,
तेरी यादों की बारिश,
नये अरमान जगा जाती है |
बारिश की बूँदों से ,
जगमगाता है मन,
तेरी यादों से तन्हाई में ,
सरसराता ये तन |
आँखों में छायी हुई है ,
यादों की वो तस्वीर,
कोई नहीं समझ पाता ,
जब चुभते दिल में तीर |
मौसम बदलते हैं,
मगर यादें बनी रहती हैं,
तेरी यादों की बूंदें हमेशा,
इस तन पर बरसती रहती हैं।
हर पल मेरे दिल में,
रहती हैं तेरी हंसी,
तेरे बिना जीने की,
कैसी जन्जीर है कसी |
यादें बरस रही हैं,
खो गया है जब से तू,
मेरे जीवन का एक हिस्सा,
कभी बना था आकर तू।
मैं सोचती हूँ तेरे बिना ,
जियूं तो कैसे जियूं ?
तेरी यादों के ही सच में ,
कितने आँसू और पियूं ?
तेरे संग बिताये हर वो पल,
बहुत याद आते है,
कभी - कभी तो सपनों में ,
हम तुझसे लिपट जाते हैं |
बरस रही है यादें,
बरस रही है यादों की बारिश,
इस मोहब्बत की फिजाओं में,
अधूरी है मेरी हर ख्वाईश ||