भजन....।
भजन....।
ओ कान्हा.....सुन लो पुकार,
हम भक्तों पर पीड़ा पड़ी है आन,
करो तुम हमारी रक्षा हर लो हमारी पीड़ा
ओ कान्हा...... सुन लो पुकार...2
हम दीन दुखियारे खड़े झोली पसार,
कब तुम सुनोगे हमारी पुकार,
तुम कहलाते दीनो के रखवाले हो,
भर देते पल भर में भक्तों की झोली हो,
तुम करूणा के सागर तुम हमारे पालनहार हो,
हम खड़े लेकर तुम्हारे शरण में पूजन की थाल,
ओ कान्हा....सुन लो पुकार...2
हम अबोध बालक है तुम्हारे,
तुम ही हरो संकट सारे,
लगाते हैं हम बारंबार गुहार,
ओ कान्हा सुन लो हमारी पुकार...2।