भावों से भरा भारत देश
भावों से भरा भारत देश
भावों से भरा भारत देश हम सभी की शान।
हमारी मातृभूमि ने सिखाया सबको देना मान।।
हर किसी के जज़्बातों का रखते हैं हम ख्याल।
तभी तो विभिन्न भाषाभाषी हम हैं मालामाल।।
कोई भी काम तभी करते नहीं देते कल पर टाल।
सुकर्म करते हुए हर पल खिले रहते हमारे गाल।।
कठिन परिश्रम करना हमारे मन को भाता।
किसी को भी इंकार कर देना नहीं हमें आता।।
हमारा पावन हृदय हर किसी को चाहता।
तभी तो हमारा देश हर दिन पर्व मनाता।।
कभी नहीं करते हम किसी से भी बैर।
चारों ओर चाहते हैं सभी की खैर।।
नहीं रह सकते हम अपनेपन के बगैर।
सब हमारे भारतीय भाई नहीं कोई गैर।।
सबको एकता के सूत्र में पिरोना हमें है आता।
तभी तो विदेशियों का भी मन देख हमें ललचाता।।
सदा सत्य का सुंदर पाठ पढ़ना भारत ही सिखाता।
भावों से भरा हमारा भारत देश हमें मजबूत बनाता।।