(अत्याचार)
(अत्याचार)
सूत से भरा व्यापार करते हैं।
धर्म को देखकर अत्याचार करते हैं।
गुनाहगारों को बेगुनाह और
बेगुनाहों को गुनाहगार साबित करते हैं।
कमज़ोरों पर ज़ुल्म करके उसे कानून का नाम देते हैं।
मजहब की आड़ में काले कारनामों को अंजाम देते हैं।
मजदूरों के दिल में दहशत भर के उन्हें
दुनिया से रुखसत कर देते हैं।
बेरहमी से इस कदर है दिल इनके भरे
जो ये खलनायक कहलाए जाते हैं।
कहने को यह भी इंसान ही कहलाए जाते हैं।
नाम तो सुना ही होगा हिंदुस्तान
जहां हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब भाई भाई
अरे धब्बा है यह हिंदुस्तानियों के नाम पर।
हमें अपने वतन से और उसके
वफादारों से प्यार है उसके गद्दारों से नहीं।
:—aimanmoinraza
