अनबुझ - सी प्यास ये कैसी है जो हरदम मुझे सताए है... अनबुझ - सी प्यास ये कैसी है जो हरदम मुझे सताए है...
पर इन बातों से उस अनजाने को क्या,वो एक बंजारा, जो अलबेला सा अकेले झूमता था, पर इन बातों से उस अनजाने को क्या,वो एक बंजारा, जो अलबेला सा अकेले झूमता था,
मगर कामयाबी के सारे मकाम तुम से हाथ ज़रूर मिलाएंगे। मगर कामयाबी के सारे मकाम तुम से हाथ ज़रूर मिलाएंगे।
हिलती हुई पगडंडी पर करतब दिखाते पंछी संतुलन का जीवन पाठ सीखाते है सुंदर चहकते पक्षी। हिलती हुई पगडंडी पर करतब दिखाते पंछी संतुलन का जीवन पाठ सीखाते है सुंदर...
बस आंखें बंद करके उड़ जाना चाहती सारी झंझटों से दूर। बस आंखें बंद करके उड़ जाना चाहती सारी झंझटों से दूर।