अंजनी राहों में
अंजनी राहों में
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अनजानी राहों में,
सांय सांय हवाओं में,
अँधेरी रात जुगुनुओं के बीच,
चलना फ़ितरत तो नहीं,
मजबूर दर्द ए दिल,
उल्फतों के साये में...
कोई राग नहीं मन का,
बीती शाम सुबह गम का,
एक अफसाना एक फ़साना,
कोई अपना नहीं जग का...