आप उसी पल प्यार में हैं
आप उसी पल प्यार में हैं
क्या कभी आपने चांदनी रात में
चाँद को देखते उस चकोर को देखा है ?
क्या कभी आपने सावन की बरसती बूँदों में
नाचते उस मोर को देखा है ?
क्या कभी आपने सदियों से बिछड़े
एक दूजे से मिलने को तरसते
नदी के उस छोर को देखा है ?
क्या कभी आपने एक लम्बी रात्री के बाद
धरती के लिए अपनी उज्ज्वल मुस्कान बिखेरती
उस भोर को देखा है ?
अगर देखा है तो, समझिये
आप उसी पल प्यार में है
प्यार शरीरिक विषय नहीं
ये तो मन की उड़ान है
आत्मा की पहचान है
अगर इंद्रधनुष की कारीगरी ने
आपको अपनी ओर खिचा है
अगर कोहरे में घिरे हुए पेड़ों ने
आपके मन को सींचा है
तो समझिये
आप उसी पल प्यार में हैं
आप प्रकृति के प्यार में हैं।