ईमानदारी और इज़्ज़त को , सर्वोपरी रखा है इसीलिए बेइमानी ने , कभी गला नहीं कसा है।। ईमानदारी और इज़्ज़त को , सर्वोपरी रखा है इसीलिए बेइमानी ने , कभी गला नहीं कसा है...
घटते हुए नैतिक मूल्य से इंसानियत शर्मसार हो रही है, इन्ही भावो को समेटे हुए मैंने इस कविता की रचना क... घटते हुए नैतिक मूल्य से इंसानियत शर्मसार हो रही है, इन्ही भावो को समेटे हुए मैंन...
मुझे नहीं खाना न मुझसे खाया जाना यह श्राद्ध का खाना। मुझे नहीं खाना न मुझसे खाया जाना यह श्राद्ध का खाना।
बुआ बोली भतीजी से- " २० वर्ष पहले तुझसे इस घर में थी मैं आई।" बुआ बोली भतीजी से- " २० वर्ष पहले तुझसे इस घर में थी मैं आई।"
पर जन जन को चेताना होगा ! आगे कदम बढ़ाना होगा ! पर जन जन को चेताना होगा ! आगे कदम बढ़ाना होगा !
मुर्दा ख़बरों ने ज़मीर को जकड़ के है रखा, ये मुर्दा खबरें ज़हन में हर ज़िंदे के बैठी ह मुर्दा ख़बरों ने ज़मीर को जकड़ के है रखा, ये मुर्दा खबरें ज़हन में हर ज़िंदे ...