ईमानदारी और इज़्ज़त को , सर्वोपरी रखा है इसीलिए बेइमानी ने , कभी गला नहीं कसा है।। ईमानदारी और इज़्ज़त को , सर्वोपरी रखा है इसीलिए बेइमानी ने , कभी गला नहीं कसा है...
लक्ष्य को, निर्धारित कर! खुद को ही ,प्रताड़ित कर! लक्ष्य को, निर्धारित कर! खुद को ही ,प्रताड़ित कर!
कभी-कभी वो बोलता भी है, सुनेंगे आज हम, की वो क्या कहता है, कभी-कभी वो बोलता भी है, सुनेंगे आज हम, की वो क्या कहता है,
समें बसे नागरिकों के प्रति संवेदशीलता रखें तथा जितना हो सके सहयोग करें। समें बसे नागरिकों के प्रति संवेदशीलता रखें तथा जितना हो सके सहयोग करें।