क्यों आँँसू के रंग अनेक ? लहू के रंग अनेक...! क्यों आँँसू के रंग अनेक ? लहू के रंग अनेक...!
फिर बेटी कम क्यों बेटा ज्यादा ? भेदभाव छोड़ोगे करो वादा । फिर बेटी कम क्यों बेटा ज्यादा ? भेदभाव छोड़ोगे करो वादा ।
बस अपनी काबिलियत जान प्यारे, और अपने कदम बढ़ा। बस अपनी काबिलियत जान प्यारे, और अपने कदम बढ़ा।
हमारे भी सपने हैं, हम बहुत ऊँचा उड़ सकते हैं, सिर्फ, सिर्फ, तुम्हारा हाथ चाहिए...! हमारे भी सपने हैं, हम बहुत ऊँचा उड़ सकते हैं, सिर्फ, सिर्फ, तुम्हारा हाथ चाहिए......
जन्मना बेटी को कहीं उसे भी न सहनी पड़े ऐसी प्रताड़ना। जन्मना बेटी को कहीं उसे भी न सहनी पड़े ऐसी प्रताड़ना।
साथ सफर आरंभ किया , क्यूंकि तब वहां प्यार और सम्मान था। साथ सफर आरंभ किया , क्यूंकि तब वहां प्यार और सम्मान था।