क्योंकि माँ नुमा ये जिल्द अपने पन्नों, को कभी बिखरते हुए नहीं देख सकती है ! क्योंकि माँ नुमा ये जिल्द अपने पन्नों, को कभी बिखरते हुए नहीं ...
वो दवाइयों को खा खाकर मैदान को अनदेखा करते हैं। वो दवाइयों को खा खाकर मैदान को अनदेखा करते हैं।
मुझे रास्ता चलना नहीं, पिरोना था थोड़ी तो देरी लाज़मी है, होनी थी तू मंज़िल, मैं मुसाफिर बस, ह... मुझे रास्ता चलना नहीं, पिरोना था थोड़ी तो देरी लाज़मी है, होनी थी तू मंज़िल,...
पर तोहफ़े दूसरों को हैसियत देख के ही दिए जाते हैं ! पर तोहफ़े दूसरों को हैसियत देख के ही दिए जाते हैं !
आज की जो नारी है वह सब पर भारी है। आज की जो नारी है वह सब पर भारी है।
पराये घर की लड़की कह कोई ना जाता। पराये घर की लड़की कह कोई ना जाता।