कहा — ‘विदा’ एक दिन नदी ने तरेर कर अपनी आँखें, और मेरी उँगलियों से चुम्बक की तरह चि कहा — ‘विदा’ एक दिन नदी ने तरेर कर अपनी आँखें, और मेरी उँगलियों से च...
मैं सपनो संग सच जाग रही थी ख़याली पुलाव पका रही थी। मैं सपनो संग सच जाग रही थी ख़याली पुलाव पका रही थी।
रहा न गया, पूछता गया, पछताता गया। बताते है ये पेड़ जब पौधे थे, रहा न गया, पूछता गया, पछताता गया। बताते है ये पेड़ जब पौधे थे,
वो थी वो थी
एक दिन ऐसा आएगा , पुछेंगे बच्चे कौन थी गौरेया एक दिन ऐसा आएगा , पुछेंगे बच्चे कौन थी गौरेया
अचानक वो सामने जो आए मैं यूँ ही थम सा गया, धड़कने बढ़ती गईं, दिल मचलता गया कुछ पल जड़वत अचानक वो सामने जो आए मैं यूँ ही थम सा गया, धड़कने बढ़ती गईं, दिल मचलता गया ...