जो महसूस करती हूं बस उसी को उतारने की , शब्दों में ढालने की कोशिश है ।
अगले दिन मैं उसकी बेंच पर थी, सबसे आखिरी बेंच और आखरी सीट। अगले दिन मैं उसकी बेंच पर थी, सबसे आखिरी बेंच और आखरी सीट।
मैम , ऐसी यंग और प्यारी मैम पहले कहा देखी थी , ये तो एक दुबली पतली दीदी है। मैम , ऐसी यंग और प्यारी मैम पहले कहा देखी थी , ये तो एक दुबली पतली दीदी है।
नमक और मसाले कम तो नहीं, बताइएगा जरूर, मसाले पहचानती हूं मैं अब। नमक और मसाले कम तो नहीं, बताइएगा जरूर, मसाले पहचानती हूं मैं अब।
इसमें हर श्लोक संस्कृत में दिए हुए हैं और उसका यथारूप वर्णन है हिंदी में इसमें हर श्लोक संस्कृत में दिए हुए हैं और उसका यथारूप वर्णन है हिंदी में
खुद से खुद का रिश्ता फिर पा लिया मैंने।" शुक्रिया २०२० मुझे मुझसे मिलाने के लिए। खुद से खुद का रिश्ता फिर पा लिया मैंने।" शुक्रिया २०२० मुझे मुझसे मिलाने के ल...
इसी प्रार्थना के साथ आज अपनी वाणी को विराम देती हूँ। इसी प्रार्थना के साथ आज अपनी वाणी को विराम देती हूँ।
हर बच्चा मां को प्यारा है क्या ये भी है कहने की बात कोई ? हर बच्चा मां को प्यारा है क्या ये भी है कहने की बात कोई ?
आपको मेरा धन्यवाद और नमन, ये सारे ... आपको मेरा धन्यवाद और नमन, ये सारे ...