Writer । Storyteller । Novelist
चार लोग!! कहीं तेरे चार लोग वही तो नहीं जो मेरी एक आवाज़ पर चित्त पड़े थे चार लोग!! कहीं तेरे चार लोग वही तो नहीं जो मेरी एक आवाज़ पर चित्त पड़े थे
मुझे लिखी हुई चिट्ठी है जो मेरे गुरु जी ने मुझे कॉलेज के दिनों में लिखकर भेजी थी। मुझे लिखी हुई चिट्ठी है जो मेरे गुरु जी ने मुझे कॉलेज के दिनों में लिखकर भेजी थी...
मुझे याद है ग्यारह रुपए पाकर तुम पूरे घर में खुशी से चहकती फिरा करती थी मुझे याद है ग्यारह रुपए पाकर तुम पूरे घर में खुशी से चहकती फिरा करती थी
पापा आप जहां भी रहें, ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें। पापा आप जहां भी रहें, ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
यह दृश्य देखकर हृदय तार–तार हो गया। यह दृश्य देखकर हृदय तार–तार हो गया।
"क्या हुआ, पापा? नींद नहीं आ रही? कोई बात नहीं! आप आंखें मूंद लीजिए। "क्या हुआ, पापा? नींद नहीं आ रही? कोई बात नहीं! आप आंखें मूंद लीजिए।
भईया, ये राखी इस छोटी बहन की तरफ से अपने इस प्यारे भैया के लिए भईया, ये राखी इस छोटी बहन की तरफ से अपने इस प्यारे भैया के लिए
बड़ा अजीब पुलिसवाला था ये! पैसे तो मांगे ही नहीं इसने बड़ा अजीब पुलिसवाला था ये! पैसे तो मांगे ही नहीं इसने
"सक्सेना, मैं जिलाधिकारी बोल रहा हूं। कहो, कैसे हो। "सक्सेना, मैं जिलाधिकारी बोल रहा हूं। कहो, कैसे हो।
क्या मैं इस संदूक के भीतर रखे उस कीमती सामान को देख सकता हूँ। क्या मैं इस संदूक के भीतर रखे उस कीमती सामान को देख सकता हूँ।