Mother and motherland is greater than heaven.
गोकुल में माखन तू खाये। वृन्दावन में रास रचाये।। गोकुल में माखन तू खाये। वृन्दावन में रास रचाये।।
काटा जिसने नाक कान, है मेरे बहन की। ना है मुझमें शक्ति.. अपमान सहन की काटा जिसने नाक कान, है मेरे बहन की। ना है मुझमें शक्ति.. अपमान सहन की
अर्जुन ने तब निकाला है तरकश से सर, झट पितामह के सर को है ऊँचा किया। अर्जुन ने तब निकाला है तरकश से सर, झट पितामह के सर को है ऊँचा किया।
दुशासन यूँ जबरन, मुझे खींच सभा में ले आया। वह अत्याचारी मन में, थोड़ा भी नहीं रहम लाया दुशासन यूँ जबरन, मुझे खींच सभा में ले आया। वह अत्याचारी मन में, थोड़ा भी नहीं ...
मुझे वेश्या कहकर दुर्योधन, ने मेरी हँसी उड़ाया था मुझे वेश्या कहकर दुर्योधन, ने मेरी हँसी उड़ाया था
होगा"ज्ञानू गोपाल"जल्दी, मरना तेरा। मान लो............. होगा"ज्ञानू गोपाल"जल्दी, मरना तेरा। मान लो.............
राधा ने कान्हा, से कहा तुम, मेरी जमानत हो। कृष्णा.....। राधा ने कान्हा, से कहा तुम, मेरी जमानत हो। कृष्णा.....।
इतना तो ज्ञात है तुम्हें, कि मुझसे वो वीर नहीं। जो मुझे मार सके,तरकश में वो तीर नहीं। इतना तो ज्ञात है तुम्हें, कि मुझसे वो वीर नहीं। जो मुझे मार सके,तरकश में वो त...
जो न देशद्रोही नफरत की, आंधी में झुलसे होते। वो अपने हाथों से ना, अपनी आजादी को खोते।। जो न देशद्रोही नफरत की, आंधी में झुलसे होते। वो अपने हाथों से ना, अपनी आजादी ...