सामाजिक बुराईयों पर लिखना पसंद!!
Share with friendsउनका जनेऊ पहनना, उनका बोलना आपके लिए मजाक का विषय बन जाता है।
Submitted on 24 Mar, 2021 at 06:18 AM
तेरे लिए दिल मे कुछ भी नही मोहब्बत के सिवा। चाहो गर तुम मेरी हर धड़कन की तलाशी ले लो।।
Submitted on 26 Feb, 2021 at 06:52 AM
सीमाओं पर सीना तानने का हौसला हो, या तो तकनीक को नये आयाम देने की चुनौती।।
Submitted on 17 Feb, 2021 at 10:47 AM
माना सरकार का रवैया ठीक नहीं था फिर भी ये कृत्य क्षमा के योग्य नहीं है
Submitted on 30 Jan, 2021 at 05:52 AM
जो हमारे नहीं थे वो 1947 मे पाकिस्तान चले गए और जिसने भारत को अपना वतन कहा वो सहोदर हैं
Submitted on 25 Nov, 2020 at 06:10 AM
तड़पती तो होगी मेरे खातिर तू भी जरूर, क्योंकि ? भूला सके जो मुझको,इतनी भी ताकत नहीं है
Submitted on 24 Nov, 2020 at 11:44 AM
कैसे बतायें महाराज हम आपको अपनों की कमी कुछ सिक्कों से पूरी नहीं की जा सकती
Submitted on 10 Oct, 2020 at 11:26 AM
उजाला चरागों से ही हो ये जरूरी तो नहीं। शिक्षित नस्लें भी रौशनी बेशुमार करती है।।
Submitted on 08 Sep, 2020 at 10:21 AM
क्या हो गया है इस पीढ़ी को क्यों हो रही है इतनी आत्म-हत्यायें क्यों भंग हो रहा है मोह?
Submitted on 03 Sep, 2020 at 11:40 AM