I'm Rati and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsउपवन सा अनुपम यह रिश्ता खिलता है सदा पुष्प सा रिश्ता यह भाई बहन का न्यारा रिश्ता युग से युग बदलते गए बदलती गई ...
Submitted on 25 Jul, 2020 at 18:42 PM
मानो या ना मानो अनकहे, अनदेखे,अनसुने पर कर विश्वास, जनता को होगा जागना राम,कृष्
Submitted on 29 Nov, 2019 at 11:56 AM
अपनी बौनी उड़ान कर विस्तारित जा बैठी विदेश में करी पढ़ाई असंभव को किया संभव
Submitted on 28 Nov, 2019 at 11:13 AM
जीते जी कर लो सेवा। मात पिता की सार्मथानुसार करो श्राद्ध पितृ प्रसन्न।
Submitted on 24 Nov, 2019 at 08:52 AM
भावनाओं का ज्वार है फूटे कैसे ? हम कठपुतलियां हैं निशब्द।
Submitted on 23 Nov, 2019 at 09:56 AM
अर्से बाद भी , आज खड़ी सोचती नारी अपनी पहचान ढूंढ रही , चीख चीख कहती , मैं भ
Submitted on 21 Nov, 2019 at 06:48 AM
बनों "वृक्ष " से दानवीर खुद भूखा रह फल देता "बादल" से बन जाओ तरल खुद भूखा रह , बरस
Submitted on 19 Nov, 2019 at 07:26 AM
क्योंकि वे तो थे कल्पवृक्ष अपरिभाषित हैं आभासित है, अतुलनीय है।
Submitted on 18 Nov, 2019 at 10:49 AM
प्राणों को मुफ्त में वो गंवा बैठी ये कैसी विडम्बना थी।
Submitted on 16 Nov, 2019 at 10:56 AM
बालक को यदि समझना है तो सर्वप्रथम हमें बालमनोविज्ञान का ज्ञान होना चाहिए
Submitted on 09 Nov, 2019 at 17:23 PM
लो समेट सब को बाहों में समय गति करलो तुम वंश में पहचानो जीवन-मूल्यों को
Submitted on 06 Nov, 2019 at 14:14 PM
क्यों खोजें ये नयना मेरे क्या पूर्वजन्म का रिश्ता है ? इस युग में हो रहा आभास मायावी
Submitted on 03 Nov, 2019 at 11:31 AM
और वो ' अनजान सफ़र ' सदा के लिए 'जीवन सफर' बन अविस्मरणीय हो जाता है।
Submitted on 02 Nov, 2019 at 13:14 PM