कला नहीं है...... बस अनुभवों की छाप छोड़ता हूँ।
जब हृदय प्रेम मग्न हो जाता, आँख मूंद भी सब दिख जाता, जब हृदय प्रेम मग्न हो जाता, आँख मूंद भी सब दिख जाता,
दोपहर का वो प्रभाकर, ताप का सागर बिछाये। दोपहर का वो प्रभाकर, ताप का सागर बिछाये।
अजब सी बोरियत थी, उन दिनों यूँ रोज़ जीने में, बसी थी सूनी और बेरंग यादें , मेरे सीने अजब सी बोरियत थी, उन दिनों यूँ रोज़ जीने में, बसी थी सूनी और बेरंग यादें ,...
एक और किसान के आत्मघात ने, मेरा मन झकझोर दिया। एक और किसान के आत्मघात ने, मेरा मन झकझोर दिया।
मिटे कचोट न लेकिन फिर भी, छूट गया बचपन मतवाला। मिटे कचोट न लेकिन फिर भी, छूट गया बचपन मतवाला।
बैठकी और वो चबूतर, गोलियों के शोर में भी बैठकी और वो चबूतर, गोलियों के शोर में भी
समाज उन्नति साजेगा, सौभाग्य मनुष का जागेगा। समाज उन्नति साजेगा, सौभाग्य मनुष का जागेगा।
बस एक बार तू, स्त्री से, स्त्री होने की बात तो कर ले। बस एक बार तू, स्त्री से, स्त्री होने की बात तो कर ले।
कभी राम नाम कभी पैगंबर की करते रहते हैं बातें, असहाय भूखे मनुष्यों का जिक्र कभी न ला कभी राम नाम कभी पैगंबर की करते रहते हैं बातें, असहाय भूखे मनुष्यों का ज...
यू आत्मा मरती रहीं तो, प्राण हो किस काम का यू आत्मा मरती रहीं तो, प्राण हो किस काम का