An arts student by heart who studies science. The boy who writes. Blog id-https://dwivedipriyaranjan.blogspot.com/?m=1 Instagram-priyaranjandwivedi
रात बीत चुकी है सुबह होने को है, मगर अभी धूप निकलने में कुछ वक्त लगेगा। रात बीत चुकी है सुबह होने को है, मगर अभी धूप निकलने में कुछ वक्त लगेगा।
पता नहीं कब गौरैया की टोली आ गई और चुनने लगी पता नहीं कब गौरैया की टोली आ गई और चुनने लगी
न कुछ पाने की चाहत है न कुछ खोने का गम। न कुछ पाने की चाहत है न कुछ खोने का गम।
और अब ज़िन्दगी में बस तुम ही तुम हो मैं होकर भी नहीं हूँ और शायद मैं अब किसी की ज़िन्दगी में र... और अब ज़िन्दगी में बस तुम ही तुम हो मैं होकर भी नहीं हूँ और शायद मैं अब किस...
छोरों ना यार क्या रखा है कविता सुनाने में। छोरों ना यार क्या रखा है कविता सुनाने में।
मेरी अंदर तुम, मेरी बाहर तुम मेरी हर कविता की सार हो तुम। मेरी अंदर तुम, मेरी बाहर तुम मेरी हर कविता की सार हो तुम।
कोई तुमसे पूछे कौन हूं मैं कह देना मुझे याद नहीं। कोई तुमसे पूछे कौन हूं मैं कह देना मुझे याद नहीं।
खुद को खोना चाहता हूँ खुद को पाना चाहता हूँ। खुद को खोना चाहता हूँ खुद को पाना चाहता हूँ।
दुख मुझको इतना आज हुआ, हर बीते पल का अहसास हुआ ! दुख मुझको इतना आज हुआ, हर बीते पल का अहसास हुआ !
बचपन का मेरा शहर कहीं सो गया अज़नबी सा होकर मानो कहीं खो गया। बचपन का मेरा शहर कहीं सो गया अज़नबी सा होकर मानो कहीं खो गया।