जीवन की अनुभूतियों को तार तार लिखता हूं ! विस्तार नहीं संक्षिप्त और सार लिखता हूं ! कवि हूं ,कविता लिखता हूं !
लड़की नाव से विद्यालय जाती है, नारी हर रोज कुचली जाती है... लड़की नाव से विद्यालय जाती है, नारी हर रोज कुचली जाती है...
हिंदी के इस मधुर तान को विश्व भर ने है पुकारा ! हिंदी के इस मधुर तान को विश्व भर ने है पुकारा !
नर है, नारी हैं, इंसान कहां है? नर है, नारी हैं, इंसान कहां है?
यादें कुछ हरदम रह जाती हैं... यादें कुछ याद आती हैं...! यादें कुछ हरदम रह जाती हैं... यादें कुछ याद आती हैं...!
वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका! वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका!
चलो मिलकर लड़ते हैं, विश्व शत्रु से हर देश ने यह बात है मानी चलो मिलकर लड़ते हैं, विश्व शत्रु से हर देश ने यह बात है मानी
हम सब भौतिक होते जा रहे हैं प्रकृति खत्म होती जा रही है ! हम सब भौतिक होते जा रहे हैं प्रकृति खत्म होती जा रही है !
तुझ से बेहतर कहलाएंगे ये पशु तुझ से बेहतर कहलाएंगे ये पशु
तेरे लिए सिर्फ तेरे लिए सजा कर रखा है आज भी ये दिल तेरे लिए सिर्फ तेरे लिए.. तेरे लिए सिर्फ तेरे लिए सजा कर रखा है आज भी ये दिल तेरे लिए सिर्फ तेरे लिए....
विनाश के कगार से वापस आ जाओ - चलो हम सब मिलकर यह प्रण ले विनाश के कगार से वापस आ जाओ - चलो हम सब मिलकर यह प्रण ले