I'm Dimpy and I love to read StoryMirror contents.
तुम गुच्छा गुलाब का , मैं काँटों के बेल , गोरी अपना क्या मेल। तुम गुच्छा गुलाब का , मैं काँटों के बेल , गोरी अपना क्या मेल।
बेरंग थी करूप सी कुचली,दबी अछूत सी तू गले से लगा गई मसीहा तू बना गई… बेरंग थी करूप सी कुचली,दबी अछूत सी तू गले से लगा गई मसीहा तू बना गई…
खाने में, डॉक्टर की पाबंदी है, BP में, कभी तेज़ी, कभी मन्दी है! खाने में, डॉक्टर की पाबंदी है, BP में, कभी तेज़ी, कभी मन्दी है!
महफ़िलें जमती रहें, हर पल, हर रोज़, हर हफ़्ते। महफ़िलें जमती रहें, हर पल, हर रोज़, हर हफ़्ते।
आलम यह है, सूनेपन का, परछाई का पीछा, कर लेते हैं ।। आलम यह है, सूनेपन का, परछाई का पीछा, कर लेते हैं ।।
सुबह उठ कर , सब blankets की तह लगा दी थी , चद्दर bed की, झाड़ के , खींच कर के बिछा दी सुबह उठ कर , सब blankets की तह लगा दी थी , चद्दर bed की, झाड़ के , खींच कर क...
क्या अमीर की ही जेब को, पहचानते हो तुम पसीने से नहीं, अन्न खून दे के है उपजता क्या अमीर की ही जेब को, पहचानते हो तुम पसीने से नहीं, अन्न खून दे के है उपजत...
यह इश्क बड़ा अनमोल हम मोल लगा बैठे तराजू लेकर बैठ गए यह इश्क बड़ा अनमोल हम मोल लगा बैठे तराजू ले...
हम सारे ही खिलौने हैं, और अपना एक कोना है। हम सारे ही खिलौने हैं, और अपना एक कोना है।
आँखों के आंसूं कोई भी पोंछे फिर से रूलाने को कई हाथ उठ्ठे! आँखों के आंसूं कोई भी पोंछे फिर से रूलाने को कई हाथ उठ्ठे!