ସାହିତ୍ୟ ପ୍ରତି ଆଗ୍ରହ।
और वो फोन उठा कर बड़ी आपा का नंबर डायल करने लगी। और वो फोन उठा कर बड़ी आपा का नंबर डायल करने लगी।
अचानक जब बेटी की आवाज मेरे कानों पर पड़ी तो मैं अतीत से निकलकर वर्तमान में आ गई। अचानक जब बेटी की आवाज मेरे कानों पर पड़ी तो मैं अतीत से निकलकर वर्तमान में आ गई।
धीरे-धीरे निकिता के मन में अपने पति के प्रति घृणा भाव बढ़ते गया धीरे-धीरे निकिता के मन में अपने पति के प्रति घृणा भाव बढ़ते गया
आज नीलिमा अलग हो कर आत्मसम्मान और स्वाभिमान से परिपूर्ण जीवन जी रही है। आज नीलिमा अलग हो कर आत्मसम्मान और स्वाभिमान से परिपूर्ण जीवन जी रही है।
थोड़ी देर बाद वह घर इंसान उसके आंखों से ओझल हो गया। थोड़ी देर बाद वह घर इंसान उसके आंखों से ओझल हो गया।
पनी दुआओं में उसे शामिल रखती है पता नहीं यह कैसा बंधन है। पनी दुआओं में उसे शामिल रखती है पता नहीं यह कैसा बंधन है।
अचानक उसके पापा की मृत्यु हो गई अचानक उसके पापा की मृत्यु हो गई
कविता के मन मस्तिष्क में हलचल मच गई कविता के मन मस्तिष्क में हलचल मच गई
देखते-देखते निकिता अपने होशो हवास खोने लगी और बिस्तर पर पड़ गई देखते-देखते निकिता अपने होशो हवास खोने लगी और बिस्तर पर पड़ गई
शमिता सुनील को देखते ही एक अजीब से आनंद के अनुभूति में डूब जाती थी। शमिता सुनील को देखते ही एक अजीब से आनंद के अनुभूति में डूब जाती थी।