I'm Sumit and I love to read StoryMirror contents.
ढलती सांझ भी.. मानो कहती है.... नज़र तुम्हें ढूंढ़ा करती है...! ढलती सांझ भी.. मानो कहती है.... नज़र तुम्हें ढूंढ़ा करती है...!
ख़ामोशी...! अल्फाजों से ज्यादा शोर मचाती शब्दों से ज्यादा गहरी है. ख़ामोशी...! अल्फाजों से ज्यादा शोर मचाती शब्दों से ज्यादा गहरी है.
चलो तलाशते हैं कोई पल ऐसा...! पल दूजा न हो.... उस पल जैसा..….! चलो तलाशते हैं कोई पल ऐसा...! पल दूजा न हो.... उस पल जैसा..….!
नयेपन का एहसास कहां है.. कहीं मिले तो बता दो तुम. नयेपन का एहसास कहां है.. कहीं मिले तो बता दो तुम.
वो पूछते थे अक्सर हाल हमारा हमसे..! भूल गए वो मुझको सच कहा है जबसे.!! वो पूछते थे अक्सर हाल हमारा हमसे..! भूल गए वो मुझको सच कहा है जबसे.!!
बंटने पर मैं प्यार बढ़ाती, पल में भूख मिटाती हूं, मैं.. दो वक्त की रोटी हूं। बंटने पर मैं प्यार बढ़ाती, पल में भूख मिटाती हूं, मैं.. दो वक्त की र...
आओ हम सब साथ मिलकर एक दूजे की आस बढ़ाएं। आओ हम सब साथ मिलकर एक दूजे की आस बढ़ाएं।
घर गरीबों के अक्सर, साथ नमक के दिखती हूं, मैं दो वक्त की रोटी हूं! घर गरीबों के अक्सर, साथ नमक के दिखती हूं, मैं दो वक्त की रोटी हूं!
कसर नहीं छोड़ी पत्थरों ने, राहों में मेरी अड़-अड़ कर कसर नहीं छोड़ी पत्थरों ने, राहों में मेरी अड़-अड़ कर
सुना जो रहा हूं सुनो बात मेरी, खुदा का करम है यहां आशिक़ी में ! सुना जो रहा हूं सुनो बात मेरी, खुदा का करम है यहां आशिक़ी में !