चींटी से लेकर हाथी , अपने संगी , अपने साथी तक लिखना अपना अरमान कविता ही मेरी जिंदगी कविता ही मेरी पहचान
कुछ यादों ने हमें रुलाया है बीत गए हैं रिमझिम बौछारों के दिन। कुछ यादों ने हमें रुलाया है बीत गए हैं रिमझिम बौछारों के दिन।
स्वतंत्रता शब्द सुनते ही जहन में गुलाम भारत की छवि आ जाती है। स्वतंत्रता शब्द सुनते ही जहन में गुलाम भारत की छवि आ जाती है।
अपने परिवार के बारे में मैं क्या सुनाऊँ? मरे पास शब्दों की कमी है, मैं क्या बतलाऊँ। अपने परिवार के बारे में मैं क्या सुनाऊँ? मरे पास शब्दों की कमी है, मैं क्या ...
मेरे हौसलों को तोड़ दिया मेरा नाता निराशाओं और अंधेरों से जोड़ दिया मेरे हौसलों को तोड़ दिया मेरा नाता निराशाओं और अंधेरों से जोड़ दिया
पर कुछ वादे अधूरे छोड़ जाता हूँ मैं फौजी कहलाता हूँ। पर कुछ वादे अधूरे छोड़ जाता हूँ मैं फौजी कहलाता हूँ।
आप उसी पल प्यार में हैं आप प्रकृति के प्यार में हैं। आप उसी पल प्यार में हैं आप प्रकृति के प्यार में हैं।
मैं बहुत अकेली हो गयी हूँ कोई मेरे साथ नहीं है माँ। मैं बहुत अकेली हो गयी हूँ कोई मेरे साथ नहीं है माँ।
हम जैसे ही मनुष्य होते पर बातें हैं उनमें खास। हम जैसे ही मनुष्य होते पर बातें हैं उनमें खास।
आज न उससे लड़ने का मौका मिलता है न रिमोट के लिए झगड़ने का मौका मिलता है आज न उससे लड़ने का मौका मिलता है न रिमोट के लिए झगड़ने का मौका मिलता है
तुम्हारे माथे की लाली हूँ पर मैं देश का लाल हूँ। तुम्हारे माथे की लाली हूँ पर मैं देश का लाल हूँ।