प्रतिकूल परिस्थितियाँ सिर्फ रुलाती ही नहीं बहुत कुछ सीखाती भी हैं दोस्तों।
धरती का उद्धार करो माँ , रक्तबीज कोरोना का संहार करो माँ । धरती का उद्धार करो माँ , रक्तबीज कोरोना का संहार करो माँ ।
यही आस मैं रखती हूँ मन में, जब -जब मैं पूजती हूँ माता तुम्हें। यही आस मैं रखती हूँ मन में, जब -जब मैं पूजती हूँ माता तुम्हें।
कहीं बुरे हो कहीं भले, फिर भी रहते हो सबकी यादों में। कहीं बुरे हो कहीं भले, फिर भी रहते हो सबकी यादों में।
दूर है जो भाई बहन उन्हें रंज दे दिया हर राह में अमंगल भर दिया। दूर है जो भाई बहन उन्हें रंज दे दिया हर राह में अमंगल भर दिया।
जिंदगी चले उम्मीद के सहारे , मन तू क्यों हिम्मत हारे। जिंदगी चले उम्मीद के सहारे , मन तू क्यों हिम्मत हारे।
स्वयं से प्यार करे, सबको यही समझाना है। स्वयं से प्यार करे, सबको यही समझाना है।
अगर ऐसा होता कि मैं बन जाती , अलौकिक शक्तियों की स्वामिनी। सर्वप्रथम हवन कुंड एक बनात अगर ऐसा होता कि मैं बन जाती , अलौकिक शक्तियों की स्वामिनी। सर्वप्रथम हवन क...
इंद्रधनुषी हुई धरती सारी, प्रेम ऋतु बसंती आ गई। चाहत में धड़कने रुमानी हो गई, अहसास दिलो में गुला... इंद्रधनुषी हुई धरती सारी, प्रेम ऋतु बसंती आ गई। चाहत में धड़कने रुमानी हो गई, ...
खत्म हो रही नस्लें पुरुष की , रह गए अब भेड़िये नरभक्षी खत्म हो रही नस्लें पुरुष की , रह गए अब भेड़िये नरभक्षी
फटी जेब का भेद है मिटाना, हीरे सा मुझको है चमकना। फटी जेब का भेद है मिटाना, हीरे सा मुझको है चमकना।