कविताएँ लिखना शौक ही नहीं कविता से इश्क होना भी है।
'बस यूँ ही' उत्तर देकर हर बार पूरी करने की कोशिश करता है। 'बस यूँ ही' उत्तर देकर हर बार पूरी करने की कोशिश करता है।
आसमां से उतर पनघट में चांदनी देर रात नहाती है। आसमां से उतर पनघट में चांदनी देर रात नहाती है।
वे महारथी हैं अपनी अदाकारी के ये बात हमें मालूम है। वे महारथी हैं अपनी अदाकारी के ये बात हमें मालूम है।
आसमाँ तू कब तरस कर मेरे शहर पर रहम बरसाएगा। आसमाँ तू कब तरस कर मेरे शहर पर रहम बरसाएगा।
देश द्रोही का मुकदमा शायर पर अभी कायम है। देश द्रोही का मुकदमा शायर पर अभी कायम है।
फिर तम में विलीन होती कदमों की आहट टूटे हुए पत्तों सा दुखते मौन मेरे अल्फाज़ को एकांत फिर तम में विलीन होती कदमों की आहट टूटे हुए पत्तों सा दुखते मौन मेरे अल्फाज़ ...
कुछ समय की बेवफ़ाई के अफसाने अतीत की थोड़ी नाराज़गी भरे दिल कुछ समय की बेवफ़ाई के अफसाने अतीत की थोड़ी नाराज़गी भरे दिल
अब जब शर्म से गड़ जाने वाली बातों पर तालियाँ गूँज उठती है। अब जब शर्म से गड़ जाने वाली बातों पर तालियाँ गूँज उठती है।
तुम्हारी इबादत में आने को इजाज़त चाहता हूं, यहीं तो कहता है ना आशिक अपनी माशुका को...? तुम्हारी इबादत में आने को इजाज़त चाहता हूं, यहीं तो कहता है ना आशिक अपनी माशुका ...
है हर कदम का खेल, तू द्रुत शीघ्र बढ़ाए जा। है हर कदम का खेल, तू द्रुत शीघ्र बढ़ाए जा।