looking into that
कभी कभी इस चिलचिलाती धूप में… जब चलना भी बेहाल हो। कभी कभी इस चिलचिलाती धूप में… जब चलना भी बेहाल हो।
पानी को पाने की लालसा में किए गये कृत्य ही आपको थका देते हैं। पानी को पाने की लालसा में किए गये कृत्य ही आपको थका देते हैं।
ऐसे ही रिश्तों में कुछ बेहतर होने की सम्भावनाएँ बनती हैं .. ऐसे ही रिश्तों में कुछ बेहतर होने की सम्भावनाएँ बनती हैं ..
जिससे मिलती हैं इंसानी हृदय को संतुष्टि… बस, तुम, तुम्हारे जैसे ही रहना.. जिससे मिलती हैं इंसानी हृदय को संतुष्टि… बस, तुम, तुम्हारे जैसे ही रहना..
हमारे साथ किसी का होना ठीक नहीं मेरा अकेला तुम्हें छोड़ जाना ठीक नहीं। हमारे साथ किसी का होना ठीक नहीं मेरा अकेला तुम्हें छोड़ जाना ठीक नहीं।
तुम्हारे लिए वक़्त बहुत हैं मुझे समय फिसलता दिखायी देता हैं तुम्हारे लिए वक़्त बहुत हैं मुझे समय फिसलता दिखायी देता हैं
बस थोड़ा आराम चाहिए जी लगाने को नया काम चाहिए। बस थोड़ा आराम चाहिए जी लगाने को नया काम चाहिए।
पैसा एक ढेला भी नहीं, तुम कैसी ये दौलत पाए। पैसा एक ढेला भी नहीं, तुम कैसी ये दौलत पाए।
लोग उसे दग़ाबाज़ कहते हैं एक नहीं हज़ार बार कहते हैं। लोग उसे दग़ाबाज़ कहते हैं एक नहीं हज़ार बार कहते हैं।
काम तेरे शहर के अब जंचते ही नहीं.. उम्र भर लगे रहे , उधार भी चढ़ते गए.. काम तेरे शहर के अब जंचते ही नहीं.. उम्र भर लगे रहे , उधार भी चढ़ते गए..