A VOICE AGAINST RAPISTS
A VOICE AGAINST RAPISTS
अब तो सब आवाज़ उठाओ बलात्कारियों के खिलाफ
भरते रहे बस केस की फाइलें पर कभी नहीं मिला इन्साफ़,
कैद हो गईं चारदीवारी में बस ताक रही हैं खिड़कियाँ
पूछती हूँ समाज के ठेकेदारों से क्या इसी के लायक हैं लड़कियाँ ??
आखिर कब तक हवस की सूली चढ़ती रहेंगी बेटियाँ
अपनी मर्यादा बचाने को जौहर में जलती रहेंगी बेटियाँ?
कभी तो इनका अंत भी होगा आखिर कब वो दिन आएगा
जब हर बलात्कारी दरिंदा जिंदा जलाया जाएगा
आखिर कब तक घुट-घुट कर यूँ मरती रहेंगी बेटियाँ
कब तक हवस की सूली पर यूँ चढ़ती रहेंगी बेटियाँ
अपनी मर्यादा बचाने को जौहर में जलती रहेंगी बेटियाँ?
वहशी दरिंदों को अब तो सबक सिखाना ही होगा
ताड़-ताड़ कर उनका वजूद जड़ से मिटाना ही होगा ,
कब तक ये धिक्कारी का जीवन जीती रहेंगी बेटियाँ
आखिर कब तक हवस की सूली चढ़ती रहेंगी बेटियाँ
अपनी मर्यादा बचाने को जौहर में जलती रहेंगी बेटियाँ?
हर दिन ही दहशत होती है हर रोज खबर ये आती है
फिर से एक मासूम बच्ची कुत्तों का शिकार हो जाती है
आखिर कब तक ये यातना सहती रहेंगी बेटियाँ
कब तक यूँ ही हवस की सूली चढ़ती रहेंगी बेटियाँ
अपनी मर्यादा बचाने को जौहर में जलती रहेंगी बेटियाँ?
कभी दामिनी, कभी प्रियंका अखबारों में छा जाती हैं
दो दिन करके कैंडल मार्च फिर वो भी दफना दी जाती हैं
आखिर कितनी और निर्भया बनती रहेंगी बेटियाँ
कभी एसिड से तो कभी जलकर नीलाम होती रहेंगीं बेटियाँ
आखिर कब तक हवस की सूली चढ़ती रहेंगी बेटियाँ
अपनी मर्यादा बचाने को जौहर में जलती रहेंगीं बेटियाँ?