प्यारी सी आशी
प्यारी सी आशी
~१~
देखते ही आश जगे जो मन में ,
हर आश को तुम पूरा करोगे जैसे,
लगा ऐसे जैसे कोई आश हे तुमसे ।।
~२~
प्यार से भी प्यारी हो तुम,
छोटी नन्ही सी गुड़िया हो तुम,
नन्ही सी परी लगती हो जैसे ।।
~३~
हर आश से मिले जो तुम,
आश से बनी आशी हो तुम ।।
खुशनसीब है वो माँ और पिता ,
जिनको तुम मिली बड़े नसीब से ।।
~४~
नज़र न लगे किसी की तुझे ,
दुआ निकली जो मन से मेरे,
उदास नैन हैं क्यों तुम्हारे ?
श्याम है तेरे रखवाले ।।
~५~
तुमसे जो मिले आशी ..
लगा किसी ख्वाब की फूल हो जैसे ...
सुकून मिले यूँ की...
हर आश में रहे आशी ...
छोटी सी प्यारी सी आशी