" धोखेबाज को भी डर लगता है "
" धोखेबाज को भी डर लगता है "
(१)
धोखा देनेवाला धोखेबाज को भी डर लगता है
कहीं उन्हें भी उनकी तरह कोई धोखा न दे जाए
हर धोखेबाज, बेईमान, विश्वासघाती को
उसके जैसा ही धोखेबाज, बेईमान, झूठे,
विश्वासघाती मिलता रहे हर रिश्तों में
(२)
फ़िर चाहे वो अपने परिवार में हो
दोस्ती में हो रिश्तेदारी में हो
फ़िर चाहे प्रेम में हो या पति पत्नी में
या फ़िर बच्चों से ही हो
फ़िर नौकरी, ब्यबसाय में हो
हर रिश्तों में मिले उनको भी धोखा
ये दुआ निकले हर टूटे दिलों से
एक सबक मिलें येसे हर धोखेबाज को
(३)
ताकि वो जो दूसरों को देते हैं
उसका स्वाद वो ख़ुद भी तो चखें
उसका स्वाद हमेशा उनको मिलता रहे
(४)
हर घड़ी हर पल उन्हें भी ये डर सताए
कहीं हमें भी तो कोई धोखा ना दे जाए
धोखा देकर दूसरों से ईमानदारी चाहने वालों
तेरी इस चाहत को भी लगजाए आग
तुझे हर राह पर मिले धोखा बेईमानी
जैसे तू आज तक करता चला है.