Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Raja Sekhar CH V

Others

3  

Raja Sekhar CH V

Others

बसंत आगमन

बसंत आगमन

2 mins
414


आगमन कर रहे हैं मदन-काल सम ऋतुराज बसंत,

शीघ्रातिशीघ्र जो करेंगे असहनीय शीतकाल का अंत |१|


वसंत हैं प्राकृतिक सौंदर्य का न्यारा दृष्टांत,

कम लगे जितना भी लिखते जाएँ जिनका वृत्तांत |२|


नवपल्लव करें कल्पतरु सुमलताओं को हरित,

सुगम संगीत सम प्रवाहित हो जाएँ सरस सरित |३|


विहंग नाद से गूँज उठे प्रत्येक उषा,

भानूदय शोभन का नहीं दे सकते हैं परिभाषा |४|


सुनाई देता है अम्र वृक्ष पर गान-कोकिला का कुहू कुहू,

लगे जैसे कर्णों में निरंतर झर रहा है मधुर सुमधुर महू |५|


उत्तरायण माघमास का प्रमुख पर्व हैं मदन पंचमी वसंत पंचमी,

विशिष्ट विद्यादात्री वाग्देवी जी की उपासना हेतु सुप्रसिद्ध है श्रीपंचमी |६|


माघसप्तमी में प्रख्यात है उत्कलीयों का चंद्रभागा सिंधुस्नान,

भक्त अनुभव करें नमस्कारप्रिय श्री सूर्यनारायण स्तुति का रसपान |७|


भुबनेश्वर के खंडगिरि में होता है माघ मेला का आयोजन,

भारत के अन्य प्रदेशों में माघ मेले का आनंद लेते हैं सर्वजन |८|


आंध्र के हर्षवल्ली होता है रथसप्तमी का त्यौहार,

श्री सूर्याराधना के लिए प्रख्यात है यह समाहार |९|


रथसप्तमी में अति सुन्दर है तिरुमला तिरुपति का एक दिवसीय ब्रह्मोत्सवम,

अत्यंत अपूर्व है श्री मलयप्पा सहित श्रीदेवी भूदेवी शोभा-यात्रा में भक्तों का समागम |१०|

 

फाल्गुन की माह में मनाया जाता है महाशिवरात्रि जागर,

दोल-मेलन होली पूर्णिमा द्वारा उपासक सम्प्राप्त करें कन्हैया का प्रेमसागर |११|

 

बहारों के मौसम में पालित होता है चैत्र मंगलवार व्रत,

कलिंग प्रदेश में है जो जगतजननी माता मंगला के लिए समर्पित |१२|

 

प्रफुल्लित प्रस्फुटित होते हैं नाना प्रकार के कोमल कुसुम,

उनके द्वारा अलंकृत अरण्य वाटिका लगे मनोहर मनोरम |१३|

 

वन उपवन वादियों में होता है फूलों के क्यारियों का बौछार,

रंग बिरंगे सुगन्धित सुमन से महक उठता है सारा संसार |१४|

 

 सुप्रभात समय में पत्रों के ऊपर मोतियों सा लगे निर्मल निहार,

इस अलौकिक अद्भुत अवदान हेतु परिमल प्रकृति को जुहार |१५|

 

ऋतुराज का मंद मंद समीर का प्रवाह है बेहद सुखद,

ऐसा नैसर्गिक आह्लादकर परिवेश है सर्वजनों को सर्वदा मनपसंद |१६|

 

उत्सवी उल्लासित बसंत बेला में सौर ऊष्णतामान रहे नियंत्रित,

जिसका उपभोग करने वसुंधरा देवी कर रहीं है प्राणी जगत को आमंत्रित |१७|

 

बौर मंजरी से भर जाएँ समस्त आम्र-वृक्ष,

आम्रवास की कल्पना से आँखों के समक्ष हो जाएँ आम फल प्रत्यक्ष |१८|

 

बसंत रास के चिरहरित चिरस्थायी रहने का है इच्छा,

निर्णीत निर्धारित अवधि को बदलने का नहीं है हमारे पास स्वेच्छा |१९|

 

बसंत आगमन का सबको रहता है प्रतीक्षा,

कोई भी प्राकृतिक प्रेमी जिनका नहीं कर सकता उपेक्षा |२०|


Rate this content
Log in