मैंने कभी यह जानने की कोशिश नहीं की कि तुम लोग क्या सोचते हो? मैंने कभी यह जानने की कोशिश नहीं की कि तुम लोग क्या सोचते हो?
"प्रमोद बाबू हंस पड़े,"सेल्फी भेज दो,देखूँ तो कैसी है खूबसूरत आँखों वाली लड़की।" "प्रमोद बाबू हंस पड़े,"सेल्फी भेज दो,देखूँ तो कैसी है खूबसूरत आँखों वाली लड़की।"
लेकिन उसकी गर्दन टेढ़ी और आंखें लाल थी। लेकिन उसकी गर्दन टेढ़ी और आंखें लाल थी।
दीप्ति लोगों की अपेक्षाओं से आजाद होकर अपनी सेलफ़ी खींचने में मस्त। दीप्ति लोगों की अपेक्षाओं से आजाद होकर अपनी सेलफ़ी खींचने में मस्त।
‘’तुम्हारे पापा के रोज के नये नये स्कैण्डल से ज्यादा परेशान रहती हैं ।‘’ ‘’तुम्हारे पापा के रोज के नये नये स्कैण्डल से ज्यादा परेशान रहती हैं ।‘’
देवतागणों को अपयश से बचाने हेतु भी यही तो प्रेरणास्रोत हैं हमारे समाज में ! देवतागणों को अपयश से बचाने हेतु भी यही तो प्रेरणास्रोत हैं हमारे समाज में !