सुनाक्षी के सपनों के अनुसार ही उसकी शादी एक साधारण परिवार में हुई। सुनाक्षी के सपनों के अनुसार ही उसकी शादी एक साधारण परिवार में हुई।
जो नर्मदा, प्राणियों के जीवन के लिए जल प्रदान करती है, उसमें मर कर तुम उसे, गंदा करती जो नर्मदा, प्राणियों के जीवन के लिए जल प्रदान करती है, उसमें मर कर तुम उसे, गंदा...
अब शिखा के पास सारी उम्र पछताने के अलावा कुछ नहीं बचा था। अब शिखा के पास सारी उम्र पछताने के अलावा कुछ नहीं बचा था।
अपराध बोध में वह अब तक सदमे से उबर नहीं पा रहा और ना कभी उबर पाएगा। अपराध बोध में वह अब तक सदमे से उबर नहीं पा रहा और ना कभी उबर पाएगा।
सिरकटा प्रेत अब भी सदमें में वहीं जमीन पर गिरा पड़ा है। सिरकटा प्रेत अब भी सदमें में वहीं जमीन पर गिरा पड़ा है।
वह पछताने के सिवाय और कर ही क्या सकती है। वह पछताने के सिवाय और कर ही क्या सकती है।