शायद ये हमारे फैसले पर हमारे माता पिता का आशीर्वाद था शायद ये हमारे फैसले पर हमारे माता पिता का आशीर्वाद था
सर्वसुख आंवले लेकर भैंस लेने चल दिया सर्वसुख आंवले लेकर भैंस लेने चल दिया
(रूसी लोककथा) अनुवाद: आ. चारुमति रामदास (रूसी लोककथा) अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
उसके बाद ही हिन्दू या मुसलमान बनता है... जीते-जी नहीं।" उसके बाद ही हिन्दू या मुसलमान बनता है... जीते-जी नहीं।"
अंगुली रख उसे चुप रहने का इशारा किया और राष्ट्रगान के लिए सावधान की मुद्रा में खड़ा हो ग अंगुली रख उसे चुप रहने का इशारा किया और राष्ट्रगान के लिए सावधान की मुद्रा में ख...
"आयी ज़ंजीर की झंकार खुदा खैर करे। दिल हुआ किसका गिरफ्तार खुदा खैर करे। " "आयी ज़ंजीर की झंकार खुदा खैर करे। दिल हुआ किसका गिरफ्तार खुदा खैर करे। "