अविश्वास के पौधों को निकालकर सदा विश्वास रूपी पौधों का रोपन करें। अविश्वास के पौधों को निकालकर सदा विश्वास रूपी पौधों का रोपन करें।
उसे वैसे ही नजरिये से देखते रहते हैं चाहे उसमें सत्यता हो या न हो। उसे वैसे ही नजरिये से देखते रहते हैं चाहे उसमें सत्यता हो या न हो।
या फिर वो अपने मन में आज सत्यता का आंकलन करके कर रही थी,अपनी माँ और राजू की माँ के बीच या फिर वो अपने मन में आज सत्यता का आंकलन करके कर रही थी,अपनी माँ और राजू की माँ ...
फोटोग्राफर को अपनी सत्यता बताने के लिए किसी सबूत या गवाह की आवश्यकता नहीं होती फोटोग्राफर को अपनी सत्यता बताने के लिए किसी सबूत या गवाह की आवश्यकता नहीं होती
ये वो लम्हें हैं जो मुझे आजीवन भी मिलें तो मैं खुशी खुशी जी लूं। ये वो लम्हें हैं जो मुझे आजीवन भी मिलें तो मैं खुशी खुशी जी लूं।