लेखक : निकोलाय गोगल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास उसके बाद क्या हुआ, हमें सचमुच नहीं मालूम। लेखक : निकोलाय गोगल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास उसके बाद क्या हुआ, हमें सचमुच नह...
उसे शायद मेरी ताकत का अनुमान नहीं है। उसे शायद मेरी ताकत का अनुमान नहीं है।
यही थी उस बुज़ुर्ग के दर्द भरे संगीत में छुपी कहानी। यही थी उस बुज़ुर्ग के दर्द भरे संगीत में छुपी कहानी।
बीवी ने वीडियो निकाल लिया था। उसका चेहरा उसकी खुशी बयान कर रहा थ। और उसकी खुशी में मैं बहुत खुश था। बीवी ने वीडियो निकाल लिया था। उसका चेहरा उसकी खुशी बयान कर रहा थ। और उसकी खुशी ...
अतीत में मुड़कर आज भी जब उस गुजरे दौर के बारे में सोचता हूँ तो वक़्त कुछ पल के लिए जैसे ठहर सा जाता है अतीत में मुड़कर आज भी जब उस गुजरे दौर के बारे में सोचता हूँ तो वक़्त कुछ पल के लिए...
आसमान के पार भगवान दुविधा में पड़े हैं कि आखिर किसकी सुनें ? आसमान के पार भगवान दुविधा में पड़े हैं कि आखिर किसकी सुनें ?