आज ज़रा सुस्ता के बेठी यादों की एकांत सीढ़ियों में, याद कर रही उस लम्हें को! आज ज़रा सुस्ता के बेठी यादों की एकांत सीढ़ियों में, याद कर रही उस लम्हें क...
आपको तो खांसी, बुखार या सांस लेने में कोई तक़लीफ़ तो नहीं है न. आपको तो खांसी, बुखार या सांस लेने में कोई तक़लीफ़ तो नहीं है न.
यही थी उस बुज़ुर्ग के दर्द भरे संगीत में छुपी कहानी। यही थी उस बुज़ुर्ग के दर्द भरे संगीत में छुपी कहानी।
दिखा वो सब बेचैन हो गए- उस कक्ष के बाहर एक एम्बुलेंस खड़ी थी। दिखा वो सब बेचैन हो गए- उस कक्ष के बाहर एक एम्बुलेंस खड़ी थी।
जहां पंखी होते हैं वहाँ जीवन अवश्य ही होता है। मैं विश्वास करती हूँ कि वहाँ कोई अवश्य होगा। “वफ़ाई, ... जहां पंखी होते हैं वहाँ जीवन अवश्य ही होता है। मैं विश्वास करती हूँ कि वहाँ कोई ...
दीवार के एक कोने में, सुंदर पहाड़ का द्रश्य अपने में समेटे हुए, एक तस्वीर लटक रही थी। वफ़ाई उस की तरफ ... दीवार के एक कोने में, सुंदर पहाड़ का द्रश्य अपने में समेटे हुए, एक तस्वीर लटक रही...