लेखक : निकोलाय गोगल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास उसके बाद क्या हुआ, हमें सचमुच नहीं मालूम। लेखक : निकोलाय गोगल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास उसके बाद क्या हुआ, हमें सचमुच नह...
भैनजी, मैं कोई बुरा आदमी नहीं हूँ। आपके साथ आया हुआ यह आदमी मुझे कुछ सही नहीं जँचता भैनजी, मैं कोई बुरा आदमी नहीं हूँ। आपके साथ आया हुआ यह आदमी मुझे कुछ सही नहीं जँ...
हरसिंगार की भी एक उम्र होती है, मैं ही नहीं समझी थी। हरसिंगार की भी एक उम्र होती है, मैं ही नहीं समझी थी।
इसके बाद उसके साथ कभी भी कोई बेवकूफ़ी नहीं हुई। इसके बाद उसके साथ कभी भी कोई बेवकूफ़ी नहीं हुई।
लेखिका: मरीना द्रुझीनिना अनुवाद: चारुमति रामदास लेखिका: मरीना द्रुझीनिना अनुवाद: चारुमति रामदास
आज अचानक उसकी आँख में आँसू देख कर एकदम से सारी बातें भूल प्यार उमड़ आया आज अचानक उसकी आँख में आँसू देख कर एकदम से सारी बातें भूल प्यार उमड़ आया