ये बच्ची गुणि व संस्कारी है,जो अपने परिवार को खुशियों से भर देगी। " ये बच्ची गुणि व संस्कारी है,जो अपने परिवार को खुशियों से भर देगी। "
पर वो ये सोच कर अंत भला तो सब भला, मुस्करा कर आगे बढ़ जाती। पर वो ये सोच कर अंत भला तो सब भला, मुस्करा कर आगे बढ़ जाती।
सबसे ज्यादा कीमत तो घर जमाई की थी। सबसे ज्यादा कीमत तो घर जमाई की थी।
दूसरे दिन मैं और बुआ बातें कर रहे थे तो अक्षय हमसे मिलने आ गया दूसरे दिन मैं और बुआ बातें कर रहे थे तो अक्षय हमसे मिलने आ गया
रक्षा देवर का ये व्यवहार देखकर चौक गयी क्योंकि ये उसकी सोच से परे था। रक्षा देवर का ये व्यवहार देखकर चौक गयी क्योंकि ये उसकी सोच से परे था।
लोग अपने दुख से दुखी नहीं होते बल्कि दूसरे के सुख से ज्यादा दुखी होते हैं। लोग अपने दुख से दुखी नहीं होते बल्कि दूसरे के सुख से ज्यादा दुखी होते हैं।